tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post2552952542426369083..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: प्रचंड की राह रोके खडी रमिलादिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-46783765179408696712008-05-23T20:40:00.000+05:302008-05-23T20:40:00.000+05:30सत्ता का लालच किसी के लिए सत्ता पाना ही चरम लक्ष्य...सत्ता का लालच किसी के लिए सत्ता पाना ही चरम लक्ष्य बना दे और सत्ता मिलने पर उसे अपनी मुट्ठी में दबोचे रखना ही एकमात्र मकसद हो तो व्यक्ति किसी वाद के पक्ष में नहीं हो सकता। किसी सिद्धांत की वजह से नहीं, स्वार्थ की वजह से स्थितियां जटिल होती हैं। इस अदना सी लगने वाली महिला में सरलता है और न्याय पाने की चाह, जो उसे किसी भी कुटिल सत्ताधारी के मुकाबले ताकतवर बनाती है। जिसके पास खोने को होता है, उसे ही खोने का डर होता है। उस औरत ने तो अपनी सबसे प्यारी चीज खोई है और अब उसके पास खोने को कुछ बचा ही नहीं। अब तो उसे पाना ही है, थोड़ा या ज्यादा।आर. अनुराधाhttps://www.blogger.com/profile/16394670775058734814noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-66898947273702562822008-05-23T19:54:00.000+05:302008-05-23T19:54:00.000+05:30अब पता चल गया होगा की क्यों काम्युनिस्म का अच्छे स...अब पता चल गया होगा की क्यों काम्युनिस्म का अच्छे सिद्धांत होते हुए भी पुरजोर विरोध क्यों किया जाता है, ऊपर से ये बड़ा ही लुभावना लगता है पर हमने चीन और रूस में देख लिया की कम्युनिस्ट सत्ता में आने के बाद कैसे निरंकुश हो जाते हैं. रूस में करोड़ के लगभग हत्याएं हुई, चीन में अभी भी जारी हैं. दूर मत जाओ अपने पश्चिम बंगाल को ही देख लो. लोकतंत्र में तो कम से कम आवाज़ उठा सकते हो, पर यहाँ तो कोई उम्मीद ही नहीं. नेपाल अभी घोषित कम्युनिस्ट राष्ट्र नहीं हुआ वरना, रमिला जैसी कई और को विरोध दर्ज करवाने के एवज में बिना सुनवाई मौत ही नसीब होती.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-89456157318258482252008-05-23T19:14:00.000+05:302008-05-23T19:14:00.000+05:30काश। यह बात सबको समझ आती .vangmaypatrika.blogspot....काश। यह बात सबको समझ आती .vangmaypatrika.blogspot.com<BR/>www.radiosabrang.comvangmyapatrikahttps://www.blogger.com/profile/05065900084189339880noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-19602927806677242422008-05-23T18:17:00.000+05:302008-05-23T18:17:00.000+05:30काश कि कोई भूमिका बनेलेकिन राजगद्दी पर विराजने वाल...काश कि कोई भूमिका बने<BR/>लेकिन राजगद्दी पर विराजने वाले इतने कुत्सित, मदमत्ते और वीभत्स हो जाते हैं कि सारी करनी और अकरनी कर डालते हैं. चाहे वो मुष्टंड हो या प्रचंड.<BR/>काश कि कोई भूमिका बने, हम तो बस आशा ही कर सकते हैंगुस्ताखी माफhttps://www.blogger.com/profile/15385098727493867212noreply@blogger.com