tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post2744647649235641628..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: सुलभ शौचालय साफ करते पंडित जी। क्या ये जातिवाद की आखिरी हिचकियां हैं!दिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-75066804599961160812007-12-02T19:40:00.000+05:302007-12-02T19:40:00.000+05:30कब हम मनुष्य को जातियों में बांटना बंद करेंगे,इस त...कब हम मनुष्य को जातियों में बांटना बंद करेंगे,इस तरह के शोध परक लेख निश्चित ही जातिवाद की खाई को और मजबूत करेंगेdrdhabhaihttps://www.blogger.com/profile/07424070182163913220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-36279540154157880572007-12-02T19:30:00.000+05:302007-12-02T19:30:00.000+05:30बिन्देश्वरी पण्डित की दुकान सुलभ शौचालय के साथ 'नि...बिन्देश्वरी पण्डित की दुकान सुलभ शौचालय के साथ 'निपटान शुल्क' और नहान शुल्क' जुड़ा है इसलिए वहाँ पण्डित मौजूद हो गया है । ज्यादातर घरों में स्त्रियाँ खाना बनाती हैं जिसकी गणना राष्ट्रीय आय में नहीं होती,परन्तु होटल-ढाबों में आर्थिक गतिविधि बनते ही यह पुरुष हाथ में चली जाती है ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.com