tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post3464350264943293833..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: आंतरिक उपनिवेश तो त्रासदी है, उस पर दंभ कैसा?दिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-83761210196618733832008-01-21T13:30:00.000+05:302008-01-21T13:30:00.000+05:30बिल्कुल व्यवहार वही एडजेस्ट करनेवाले मुसाफिर जैसा ...बिल्कुल व्यवहार वही एडजेस्ट करनेवाले मुसाफिर जैसा ही है. बड़ा मुद्दा है प्रवासी का स्वभाव ऐसा क्यों होता है?Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-85838208996888991232008-01-19T02:06:00.000+05:302008-01-19T02:06:00.000+05:30बिलाग पर ई रोज-रोज रार-लफड़ा क बात-कुबात नीक नइखे ...बिलाग पर ई रोज-रोज रार-लफड़ा क बात-कुबात नीक नइखे लागत। कबौं नीक-नीक भी सोचल करा।भोजवानीhttps://www.blogger.com/profile/13471814882417416836noreply@blogger.com