tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post624541349370163061..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: क्रिकेट के मैदान में अधूरा भारत क्यों दिखता है?दिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-12236454555119137792009-08-22T18:40:19.581+05:302009-08-22T18:40:19.581+05:30Aapka kahna sahi hai.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं,...Aapka kahna sahi hai.<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-23608923003990713682009-08-22T13:57:53.626+05:302009-08-22T13:57:53.626+05:30मुझे क्रिकेट की बारीकियां नहीं पता लेकिन कुछ सवाल ...मुझे क्रिकेट की बारीकियां नहीं पता लेकिन कुछ सवाल जो आपके लेख में ही मौजूद हैं, खुद अपने जवाब हैं. सचिन महान हैं पर क्या यह सच नहीं हैं कि वे अपने प्रदर्शन की निरंतरता न होते हुए भी चाहे जब तक खेलने का दम भर सकते हैं. प्रभाष जोशी जब इसे ब्रहम से संवाद का कमाल बताते हैं तो उससे ही साफ़ हो जाता है कि अन्याय का किला कितना बेशर्म और मजबूत है.<br />प्रवीण कुमार जाट हैं, शायद हरभजन भी जाट सिख हों, मैं नहीं जानता पर ये जानता हूँ कि जाट और कई दबंग पिछडी जाति के युवकों को संघर्ष तो करने पड़ते हैं पर वैसे नहीं जैसे किसी दलित को. दलित चेहरे तो स्कूल स्तर पर ही किनारे कर दिए जाते हैं.dhireshhttp://ek-ziddi-dhun.blogspot.comnoreply@blogger.com