tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post6373312479624104806..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: जेड गुडी के बहानेदिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-55124680047615949572009-03-03T23:05:00.000+05:302009-03-03T23:05:00.000+05:30ये सब नहीं पता था जेड के बारे में. एक ही रोग ने उस...ये सब नहीं पता था जेड के बारे में. एक ही रोग ने उसे बार बार तरह तरह से भरमाया और आखिर में ले कर ही जाएगा साथ उसे। उसकी जिजीविषा काबिले तारीफ है। और उसकी मौत का प्रसारण टीवी पर ...यह उसका निजी मामला ही कहा जाना चाहिए। सही कह रहे हैं अजित जी।Pooja Prasadhttps://www.blogger.com/profile/06905471603653467131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-79500440577397569582009-02-23T12:00:00.000+05:302009-02-23T12:00:00.000+05:30अच्छी पोस्ट है...जेड गुड़ी का निजी मामला है। वैसे ...अच्छी पोस्ट है...<BR/>जेड गुड़ी का निजी मामला है। वैसे भी अपनी संतानों के भविष्य के लिए उसके द्वारा छोड़ा गया धन ही काम आएगा। गलत तो नहीं है....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.com