tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post7485372869704622210..comments2024-03-05T05:42:44.426+05:30Comments on रिजेक्ट माल: कहानी शिबू सोरेन की-1दिलीप मंडलhttp://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-22651037984354115622007-09-01T00:41:00.000+05:302007-09-01T00:41:00.000+05:30पूरा किस्सा बताने की कोशिश करेंगे चंदू जी। राज की ...पूरा किस्सा बताने की कोशिश करेंगे चंदू जी। राज की कोई बात नहीं है, लेकिन पूरी बात एक साथ रखने की कोशिश होगी। समझने की कोशिश कर रहा हूं कि नायक और खलनायक एक ही आदमी कैसे बन जाता है। रोज आइए हमारे यहां।दिलीप मंडलhttps://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8572692232380351295.post-24302368656410427582007-08-31T15:59:00.000+05:302007-08-31T15:59:00.000+05:30अरे यार, आपके यहां तो इतना सब छप गया। मैंने अभी तक...अरे यार, आपके यहां तो इतना सब छप गया। मैंने अभी तक देखा ही नहीं, मोहल्ला पर ही आपका कचरमकूट देखता रहा। शिबू सोरेन से अपनी लोकप्रियता संभाले नहीं बनी। उनके बाल-बच्चे और भी कुलनासी निकले। फिर भी उनकी पृष्ठभूमि को जानना एक जमीनी आंदोलन की विडंबना से परिचित होने जैसा है।चंद्रभूषणhttps://www.blogger.com/profile/11191795645421335349noreply@blogger.com